आज खून का रंग हो गया है,
सुर्ख लाल
इंडियन फोर्स आतंकियों का,
बन कर आई है काल
भारत जमीं है शेरों की
नस -नस में बह रही,
देशभक्ति की धार
बंद कर आंतक का तमाशा,
मान ले अपनी हार
जुबान बस में रख अपनी
ज्यादा बोले तो उतार लेंगे खाल
आज खून का रंग हो गया है सुर्ख लाल l
हम शान्ति के दूत हैं, कहर बनना भी जानते है
मत समझ नादान हमें,
उलझ मत हमसे तूँ
आज शिव तांडव ने मिलाई,
भारत वीरों से ताल
आज खून का रंग हो गया है सुर्ख लाल
इक्कीसवीं सदी के नायक हम है
विशाल वेग बहता समुन्द्र हम है
खुद शक्ति भी आज भारत में है विराजमान
समुन्द्र के वेग को कौन रोकेगा भला
फिर आतंकियों की क्या बिसात
आज खून का रंग हो गया है सुर्ख लाल
विचारधाराएँ बदलो, वरना हो जाओगे नेस्तोनाबूद,
हम मशाल राष्ट्रभक्ति की,
चलते -फिरते हम बारूद
आसान नहीं, भारत को वश में करना
आज भारत बन चुका है,
अंतराष्ट्रीय शक्ति-उन्नति की मिसाल
आज खून का रंग हो गया है
सुर्ख लाल
वन्देमातरम
ज्योति नामदेव
सहायक अध्यापिका
हरिद्वार उत्तराखंड