भगत सिंह राणा ' हिमाद '
नवमी
तिथि पुनीत मधुमासा ।
आम्र विटप कोकिल करि वासा ।।
प्रगटे
राम जगत हित कारी
।
अवध
पुरी में खुशियाँ भारी
।।1
हर्षित
नगरी अरु रनिवासा ।
पुण्य
दिवस दशरथ मन आशा ।।
गीत
सुमंगल बहु विधि
गाये ।
कौशल्या मन
बोध बधाये ।।2
शुभ
समाचार दासी दीन्हा ।
उपाय
विविध पुरोहित कीन्हा ।।
बोले
दशरथ तब मृदु बानी
।
दीन्हि
आज सुख तीनों रानी
।।3
तीन
कुँवर पुनि जन्म सुहाये
।
हर
घर उत्सव प्रजा
मनाये ।।
तोरण
कलश नगर सब साजा ।
बाँटेहुँ राजकोष
धन राजा ।।4
देव
दनुज किन्नर नर नागा
।
तीन
लोक हर्षित सब जागा
।।
गौ ब्राह्मण सब विधि सुख पाये ।
जब
रघुवीर अवध में आये
।।5
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श्री राम के जन्म एवं तात्कालिक परिस्थितियों का चौपाइयों के माध्यम से सुंदर चित्रण।
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर
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