डॉ.कविता भट्ट 'शैलपुत्री
( प्रेम -दिवस पर विशेष)
प्रेम के माधुर्य में पगा गीत। शब्दों के सही संयोजन में रचा-बसा, भाव की चाशनी में निमग्न करने पर पगा अद्भुत आस्वाद। शैलपुत्री के शब्दों की प्राणशक्ति सहृदय पाठक को अभिभूत कर देती है।
मन को मंत्रमुग्ध करता हुआ प्रेम-गीत।आपकी लेखनी में भावों का वह सरिता प्रवाह है कि मन पढ़कर डूब जाता है।हार्दिक बधाई आदरणीया दीदी को।सादर प्रणाम
प्रेम रस में भीगा बहुत सुंदर सरस गीत...हार्दिक बधाई आपको।
शानदार इश्क में सराबोर रचना
प्रेम के माधुर्य में पगा गीत। शब्दों के सही संयोजन में रचा-बसा, भाव की चाशनी में निमग्न करने पर पगा अद्भुत आस्वाद। शैलपुत्री के शब्दों की प्राणशक्ति सहृदय पाठक को अभिभूत कर देती है।
जवाब देंहटाएंमन को मंत्रमुग्ध करता हुआ प्रेम-गीत।
जवाब देंहटाएंआपकी लेखनी में भावों का वह सरिता प्रवाह है कि मन पढ़कर डूब जाता है।
हार्दिक बधाई आदरणीया दीदी को।
सादर प्रणाम
प्रेम रस में भीगा बहुत सुंदर सरस गीत...हार्दिक बधाई आपको।
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