मंगलवार, 9 मार्च 2021

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 डॉ.कविता भट्ट 'शैलपुत्री'




10 टिप्‍पणियां:

  1. हार्दिक आभार आप सभी मित्रो का।

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  2. बहुत सुंदर शिक्षाप्रद लघुकथा बधाई

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  3. अत्यन्त मार्मिक लघुकथा लिखी प्रिय कविता जी !
    आँखें नम हो गईं,कितनी सारी औरतें,कैसी-कैसी पीड़ा में जीवन बिता देती हैं।इसमे निहित सन्देश को सलाम।

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  4. मर्मस्पर्शी लघुकथा । बधाई कविता जी ।

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  5. कविता जी आपकी कथा पढकर मन व्यथित हुआ | किसी की पीड़ा को व्यक्त करना सरल नहीं होता है किन्तु आपने इतने थोड़े शब्दों में बहुत सुन्दरता से व्यक्त कर दिया| कवि हृदय ही इसे समझ सकता है | बहुत सुंदर !श्याम हिन्दी चेतना

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