सोमवार, 14 सितंबर 2020

168- हिन्दी की महत्ता

 ज्योति नामदेव (हरिद्वार उत्तराखण्ड)

  भाषाओं में एक है भाषा, नाम है जिसका हिन्दी 

भारतवर्ष में ऐसे चमके, ज्यों दुल्हन की बिंदी 

 पूरे राष्ट्र मे विचार -विनिमय का माध्यम भाषा हिन्दी 

समूचे भारत की भाषाओं की सखी -सहेली हिन्दी 

 राष्ट्रीय अस्मिता बँधी है इससेउपादान है भाषा हिन्दी 

प्रिय, प्रयोगात्मक, व्यावहारिक, वैज्ञानिक भाषा हिन्दी 

 पाली -प्राकृत इसके संस्कार, संस्कृत इसकी संस्कृति 

स्वरूप इसका लचीला, सुन्दर भावनात्म है हिन्दी 

  संस्कृति-समाज, बोलचाल का माध्यम है भाषा हिन्दी 

विभिन्न प्रदेशों की प्यारी,  है भाषा अपनी हिन्दी 

 भाषाओं में एक है भाषा, नाम है जिसका हिन्दी 

भारतवर्ष में ऐसे चमके, जैसे दुल्हन की बिंदी ।

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