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शुक्रवार, 30 जुलाई 2021

264-सप्तपर्णा

 रश्मि विभा त्रिपाठी



10 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत बढ़िया समीक्षा...आप दोनों को हार्दिक बधाई।

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  2. सुंदर समीक्षा! संपादक, समीक्षक और संग्रह में सम्मिलित सभी हाइकुकारों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ!

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  3. सार्थक समीक्षा के लिए बहुत बधाई और शुभकामनाएँ कविता जी और रश्मि जी को

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  4. बहुत सुंदर,सार्थक समीक्षा के लिए रश्मि जी को हार्दिक बधाई । कविता जी एवं सभी हाइकुकारों को शुभकामनाएँ।

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  6. रश्मि जी ने 'सप्तपर्ण' वृक्ष के अर्थ के साथ पुस्तक में संकलित हाइकु रचनाओं का न केवल संख्या में सात बल्कि संकलित रचनाओं के भाव, अर्थ और उनके प्रभाव से जिस तरह सहसम्बध स्थापित किया है वह पाठक के मन को बाँधता है, उध्दृत हाइकु भाव, शिल्प से उत्तम हैं जो पाठक को पुस्तक पढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं।

    संग्रह का आवरण पृष्ठ मोहक है, संकलित हाइकु और समीक्षा उत्कृष्ट। आप सभी को, विशेष रूप से डॉ कविता को सतत श्रेष्ठ सृजन, सम्पादन हेतु हार्दिक बधाई, शुभकामनाएँ 💐

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  7. सुन्दर मुखपृष्ठ से सजे हाइकु संकलन के लिए आ० कविता जी का श्रम स्तुत्य है |उन्हें हार्दिक बधाई|
    संकलन में शामिल सभी हाइकु रचनाकारों को बधाई|पुस्तक में हमारे हाइकु शामिल करने के लिए हार्दिक आभार !!
    विभा रश्मि जी की सुन्दर समीक्षा ने पाठक वर्ग के लिए पुस्तक को ग्राह्य बना दिया |विभा जी को बधाई व हार्दिक शुभकामनाएँ !!

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  8. रश्मि विभा त्रिपाठी जी ने'सप्तपर्णा'की समीक्षा बहुत ही सुंदर एवं रोचक ढंग से की है।आलंकारिक शैली में की गई समीक्षा कृति पढ़ने की जिज्ञासा जगाती है।सुंदर कृति हेतु कविता भट्ट जी को बधाई।सम्यक एवं संतुलित समीक्षा हेतु रश्मि जी को बधाई।

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  9. बहुत अच्छा काम। बहुत बधाई। शुभकामनाएं। आभार।

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  10. सप्तपर्णा-साझा हाइकु संग्रह के सभी हाइकुकारों को बधाई एवं डॉ कविता भट्ट जी के श्रम को साधुवाद।
    इस संग्रह की अच्छी समीक्षा के लिए रश्मि विभा जी को बधाई। इस समीक्षा को पढ़कर ,इस संग्रह को पढ़ने की उत्कंठा जागृत हो रही है।
    मेरी शुभकामनाएँ।

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