डॉ.कविता भट्ट 'शैलपुत्री
1-आलिंगन में प्रिय
हथेली चूमकर
ताँका एवं हथेली चूमकर -दोनों कविताएँ प्रेम की नवीब उद्भावनाओं को अभिव्यक्त करती हैं। हार्दिक बधाई ।
किसी स्त्री की खुरदरी हथेली पर शायद पहली बार कोई कविता पढ़ा , अच्छी प्रेम कविता है। नया भाव और दृष्टि को नमन। ताँका अच्छे हैं ये मुझे ज्यादा पसंद आई- 6 झूलती प्रीत, मन के छज्जे पर.....शुभकामनाएँ ।
अद्भुत रचनाओं के लिए हार्दिक बधाई कविता जी।
बहुत सुंदर रचनाओं के लिए हार्दिक बधाई।
बहुत सुंदर रचनाएँ ।कविता जी बहुत बहुत बधाई।
ताँका एवं हथेली चूमकर -दोनों कविताएँ प्रेम की नवीब उद्भावनाओं को अभिव्यक्त करती हैं। हार्दिक बधाई ।
जवाब देंहटाएंकिसी स्त्री की खुरदरी हथेली पर शायद पहली बार कोई कविता पढ़ा , अच्छी प्रेम कविता है। नया भाव और दृष्टि को नमन। ताँका अच्छे हैं ये मुझे ज्यादा पसंद आई-
जवाब देंहटाएं6 झूलती प्रीत, मन के छज्जे पर.....
शुभकामनाएँ ।
अद्भुत रचनाओं के लिए हार्दिक बधाई कविता जी।
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर रचनाओं के लिए हार्दिक बधाई।
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर रचनाएँ ।कविता जी बहुत बहुत बधाई।
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