tag:blogger.com,1999:blog-1540938401923248110.post3948085582592610994..comments2024-03-18T17:43:31.772+05:30Comments on नीलाम्बरा: 185-जीवन भी कविता ही हैशैलपुत्रीhttp://www.blogger.com/profile/14996832470377693832noreply@blogger.comBlogger26125tag:blogger.com,1999:blog-1540938401923248110.post-42663604912358012492021-03-04T17:09:29.726+05:302021-03-04T17:09:29.726+05:30क्या बात है कितने सुंदर शब्दों में अपने भाव पक्ष क...क्या बात है कितने सुंदर शब्दों में अपने भाव पक्ष की बेकद्री को प्रस्तुत किया है साधुवाद आपकोबाबूराम प्रधानhttps://www.blogger.com/profile/09273585103896571598noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1540938401923248110.post-2265218458257576332021-03-04T17:09:29.035+05:302021-03-04T17:09:29.035+05:30क्या बात है कितने सुंदर शब्दों में अपने भाव पक्ष क...क्या बात है कितने सुंदर शब्दों में अपने भाव पक्ष की बेकद्री को प्रस्तुत किया है साधुवाद आपकोबाबूराम प्रधानhttps://www.blogger.com/profile/09273585103896571598noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1540938401923248110.post-44881476427180964892021-02-08T15:31:11.703+05:302021-02-08T15:31:11.703+05:30गहन भावाभिव्यक्ति ।बहुत बहुत बधाई कविता जी।गहन भावाभिव्यक्ति ।बहुत बहुत बधाई कविता जी।dr.surangma yadavhttps://www.blogger.com/profile/02341987635896388089noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1540938401923248110.post-37659915753967225832021-02-08T12:34:04.598+05:302021-02-08T12:34:04.598+05:30गहन अभिव्यक्ति , उत्कृष्ट भाव
आपके अंदर की उत्तम ...गहन अभिव्यक्ति , उत्कृष्ट भाव <br />आपके अंदर की उत्तम भाव की नदी ही है यह सृजन<br />हार्दिक बधाई💐Satya sharmahttps://www.blogger.com/profile/16220283562585438725noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1540938401923248110.post-84455744118859234712021-02-07T20:26:49.908+05:302021-02-07T20:26:49.908+05:30भाव और कलापक्ष के बिना तो जीवन की कल्पना ही संभव न...भाव और कलापक्ष के बिना तो जीवन की कल्पना ही संभव नहीं। बेहतरीन अभिव्यक्ति बहुत मर्मस्पर्शी रचना। हार्दिक बधाई आपको। <br />Krishnahttps://www.blogger.com/profile/01841813882840605922noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1540938401923248110.post-33212322675336486912021-02-07T16:24:37.746+05:302021-02-07T16:24:37.746+05:30अत्यंत सुंदर एवं भावपूर्ण
हार्दिक बधाइयाँ अत्यंत सुंदर एवं भावपूर्ण <br />हार्दिक बधाइयाँ Dr. Purva Sharmahttps://www.blogger.com/profile/12677408421467945951noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1540938401923248110.post-762905307763243532021-02-07T09:00:02.861+05:302021-02-07T09:00:02.861+05:30न चाहते हुए भी मन को जो अच्छा लगता है उसके अनुसार ...न चाहते हुए भी मन को जो अच्छा लगता है उसके अनुसार न चल, वो सब करना जो अच्छा नहीं लग रहा है भी एक प्रकार का भाव ही जो हमे दुनिया के सामने अच्छा प्रस्तुत होने की चाह देता है।<br />सामान्य मनुष्य के जीवन की उलझनों को व्यक्त करती अच्छी रचना।sanjayhttps://www.blogger.com/profile/13005268034388408612noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1540938401923248110.post-12455094998972299392021-02-07T08:16:53.563+05:302021-02-07T08:16:53.563+05:30समुद्र सी गहराई लिये भाव। जीवन कविता सदृश। भाव कही...समुद्र सी गहराई लिये भाव। जीवन कविता सदृश। भाव कहीं बेभाव ही पड़े रहते हैं, मशीनी जिंदगी जी रहे होते हैं हम। गहन अभिव्यक्ति Jitendra Raihttps://www.blogger.com/profile/09334851520101812420noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1540938401923248110.post-79673564826405866702021-02-07T08:16:52.519+05:302021-02-07T08:16:52.519+05:30समुद्र सी गहराई लिये भाव। जीवन कविता सदृश। भाव कही...समुद्र सी गहराई लिये भाव। जीवन कविता सदृश। भाव कहीं बेभाव ही पड़े रहते हैं, मशीनी जिंदगी जी रहे होते हैं हम। गहन अभिव्यक्ति Jitendra Raihttps://www.blogger.com/profile/09334851520101812420noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1540938401923248110.post-22038512168524024972021-02-07T08:16:51.332+05:302021-02-07T08:16:51.332+05:30इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.Jitendra Raihttps://www.blogger.com/profile/09334851520101812420noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1540938401923248110.post-24944582235527272712021-02-07T08:16:11.024+05:302021-02-07T08:16:11.024+05:30इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.Jitendra Raihttps://www.blogger.com/profile/09334851520101812420noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1540938401923248110.post-57191585908386026332021-02-07T05:23:16.210+05:302021-02-07T05:23:16.210+05:30बहुत सुंदर।बहुत सुंदर।विश्वमोहनhttps://www.blogger.com/profile/14664590781372628913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1540938401923248110.post-27470637339631576302021-02-07T05:22:39.115+05:302021-02-07T05:22:39.115+05:30बहुत सुंदर।बहुत सुंदर।विश्वमोहनhttps://www.blogger.com/profile/14664590781372628913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1540938401923248110.post-77851094636823306302021-02-06T23:52:36.070+05:302021-02-06T23:52:36.070+05:30निशब्द
निशब्द<br />Uttam rawathttps://www.blogger.com/profile/02632755350261278118noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1540938401923248110.post-92003068324153516532021-02-06T20:23:36.308+05:302021-02-06T20:23:36.308+05:30बेहद गहनतम अभिव्यक्ति, जीवन में भाव और कला दोनों क...बेहद गहनतम अभिव्यक्ति, जीवन में भाव और कला दोनों का होना न होना बहुत ही सुंदरता से व्यक्त किया है आपने .... उत्कृष्ट लेखन के लिए बहुत बहुत बधाईसदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1540938401923248110.post-42731047479493425852021-02-06T20:09:49.326+05:302021-02-06T20:09:49.326+05:30जीवन भी कविता है। कला पक्ष तो निभा रहे हैं, लेकिन ...जीवन भी कविता है। कला पक्ष तो निभा रहे हैं, लेकिन भाव पक्ष विलुप्त हो रहा है जिसके बिना जीवन अपूर्ण है। पूर्णता के लिए दोनों पक्षों का होना आवश्यक है। सुंदर और गहन भाव संजोय ,मन को छू जाने वाली कविता। बधाई आपको। <br />Sudershan Ratnakarhttps://www.blogger.com/profile/04520376156997893785noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1540938401923248110.post-5432011141642414812021-02-06T12:09:40.742+05:302021-02-06T12:09:40.742+05:30हृदय की गहराई में उतरती एक बेहद ख़ूबसूरत कविता!
हृद...हृदय की गहराई में उतरती एक बेहद ख़ूबसूरत कविता!<br />हृदय की गहराई से ही बधाई स्वीकार कीजिए कविता जी ।Jyotsana pradeephttps://www.blogger.com/profile/02700386369706722313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1540938401923248110.post-46799138642832541882021-02-06T10:50:18.539+05:302021-02-06T10:50:18.539+05:30आपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द&qu...<i><b> आपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" रविवार 07 फरवरी 2021 को साझा की गयी है.........<a href="http://halchalwith5links.blogspot.com/" rel="nofollow"> पाँच लिंकों का आनन्द पर </a>आप भी आइएगा....धन्यवाद! </b></i>दिव्या अग्रवालhttps://www.blogger.com/profile/17744482806190795071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1540938401923248110.post-58065063110845037492021-02-06T09:24:38.195+05:302021-02-06T09:24:38.195+05:30भाव है तो ही कला भी है और जीवन भी...बहुत सुंदर लिख...भाव है तो ही कला भी है और जीवन भी...बहुत सुंदर लिखा है आपने...। मेरी ढेरों बधाई प्रियंका गुप्ता https://www.blogger.com/profile/10273874634914180450noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1540938401923248110.post-34765963262099173242021-02-06T08:12:59.963+05:302021-02-06T08:12:59.963+05:30भावपक्ष एवं कलापक्ष का संयोजन ही जीवन की गति है......भावपक्ष एवं कलापक्ष का संयोजन ही जीवन की गति है....सुन्दर लिखा| बधाई आपको !ऋता शेखर 'मधु'https://www.blogger.com/profile/00472342261746574536noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1540938401923248110.post-64626256758753713962021-02-06T06:00:09.796+05:302021-02-06T06:00:09.796+05:30आपने बहुत गहराई से दोनो पक्षों को उकेरा है आपके बह...आपने बहुत गहराई से दोनो पक्षों को उकेरा है आपके बहुत बहुत बधाईDr.Bhawna Kunwarhttps://www.blogger.com/profile/11668381875123135901noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1540938401923248110.post-9938333500159919732021-02-05T22:27:36.073+05:302021-02-05T22:27:36.073+05:30कविता तुम सचमुच कविता की परिभाषा हो | जिन तत्वों क...कविता तुम सचमुच कविता की परिभाषा हो | जिन तत्वों को लेकर आपने इस रचना में अपने भाव पक्ष और कला पक्ष के बीच एक द्वंद को बहुत सुन्दरता से निभाया है | दोनों तत्वों के साथ जो अपने विचार दिए हैं अत्यंत मर्मभेदी और हृदय स्पर्शी है | वियोगी होगा पहला कवि आह से उपजा होगा गान | पन्त की तरह आपने ह्रदय की कोमल भावनाओं को बड़ी सुन्दरता से व्यक्त क्या | मेरी शुभकामनाएं आपकी कलम को जो इतने सुंदर भाव प्रकट करती है | युग -युग जियो |श्याम त्रिपाठी हिन्दी चेतना Shiamhttps://www.blogger.com/profile/03060062025615601779noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1540938401923248110.post-54109793852004191092021-02-05T22:00:43.574+05:302021-02-05T22:00:43.574+05:30कभी-कभी निःशब्द होना ही सच्ची प्रतिक्रिया होती है,...कभी-कभी निःशब्द होना ही सच्ची प्रतिक्रिया होती है, इस समय मैं भी निःशब्द हूँ।dinesh chandrahttps://www.blogger.com/profile/11540174811816286983noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1540938401923248110.post-14404228232788972832021-02-05T21:56:55.678+05:302021-02-05T21:56:55.678+05:30सुंदर भाव संजोये कविता।सुंदर भाव संजोये कविता।Dr.Mahima Shrivastavahttps://www.blogger.com/profile/14540457985928616369noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1540938401923248110.post-84342786680009906362021-02-05T21:56:24.428+05:302021-02-05T21:56:24.428+05:30इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.dinesh chandrahttps://www.blogger.com/profile/11540174811816286983noreply@blogger.com