बुधवार, 15 जून 2022

364-जीवन -घट मिला; किन्तु रीता रहा

 डॉ.कविता भट्ट 'शैलपुत्री'


4 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत ही भावपूर्ण सृजन।
    हार्दिक बधाई आदरणीया दीदी को।
    सादर

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  2. पहली घूँट की परिपाटी •••वाह बेहतरीन, हार्दिक शुभकामनाएँ ।

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  3. सुंदर भावपूर्ण सृजन
    बधाई आदरणीया

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  4. बेहतरीन सृजन...हार्दिक बधाई।

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