सोमवार, 3 जनवरी 2022

305-अधूरी नींद

 डॉ.कविता भट्ट 'शैलपुत्री'


8 टिप्‍पणियां:

  1. जग की स्मित नयनों में भर लूँ_आशा का सन्देश देती कविता । अच्छा करने का संकल्प निरन्तर आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है।

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  2. वाह्ह्ह... आद. कविता जी... आशा एवं संकल्प ही तो हैं जो जीवन को श्रेष्ठ बनाते हैं.... अत्यंत सुंदर सृजन 🙏🌹

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  3. बहुत ही भावपूर्ण रचना
    हार्दिक बधाई आदरणीया

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  4. सकारात्मक चिंतन की ओर प्रेरित करती सुंदर रचना।बधाई डॉ. कविता जी।

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