सोमवार, 9 अगस्त 2021

264-हाइकु नृत्य


Poem- 

Poet-


Kum. Urvi Suki 

A Dancer, and an Actor, Urvi is molded under the guidance of Guru Pranita Sawant and Guru Ranjana Phadke in Indian Classical Dance form - Kathak for the past 17 years.She has acquired the degree of Kathak Nritya Alankar from Akhil Bharatiya Gandharva Mahavidyalay,  Miraj. She is an Economics Graduate from Ramnarain Ruia College, and has acquired Diploma in Cyber Law under Asian School of Cyber Law. She has recently completed her Master's in Kathak dance and stood first in Tilak Maharashtra vidyapith.


 She is recruited as a Kathak Dancer in Western Railways and  also working in the Personnel  Department of Western Railway as a Staff Welfare Inspector. She has represented India at the BRICS Cultural (Dance…

 मित्रो! हर्षित हूँ कि अनेक सम्मानों से सम्मानित और अंतरराष्ट्रीय तथा राष्ट्रीय मंचों पर प्रस्तुति दी चुकी एवं पश्चिमी रेलवे में सेवारत  महाराष्ट्र की सुप्रतिष्ठित कत्थक नृत्यांगना Urvi Prajakta Shivram जी ने मेरे द्वारा लिखित 'नदी' विषय पर केन्द्रित हाइकु कत्थक नृत्य शैली में प्रस्तुत किये; जिसे संगीतबद्ध किया है प्रसिद्ध बाँसुरीवादक पं० हरिप्रसाद चौरसिया जी ने ...। प्रिय उर्वि जी को इस महत्त्वपूर्ण कार्य एवं प्रस्तुति हेतु हार्दिक बधाई, साधुवाद और भविष्य हेतु सप्रेम शुभकामनाएँ!                                                                                                                                                                                                   कविता भट्ट शैलपुत्री

15 टिप्‍पणियां:

  1. अद्भुत।बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति।हाइकु परिवार के लिए गर्व का विषय।कविता मैम को हार्दिक बधाई।💐

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  2. बहुत ही ख़ुशी हुई ये जानकर,हमें गर्व है आप पर प्रिय कविता जी!हृदय तल से बधाई आपको 🌺🌺 💐💐

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  3. उर्वी जी को भी इस मनमोहक प्रस्तुति के लिए हार्दिक बधाई।💐

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  4. अद्भुत। हम सबके के लिए यह गर्व की बात है। बहुत सुंदर प्रस्तुति। उर्वि जी एवं कविता भट्ट जी को हार्दिक बधाई।

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  5. अद्भुत एवं सुंदर प्रयोग व प्रस्तुति! हार्दिक बधाई उर्मि जी एवं कविता जी!

    ~सादर
    अनिता ललित

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  6. अति सुंदर, अद्भुत उपयोग। हाइकु की थिरकन ने मन मोह लिया। हम सभी के लिए बहुत गर्व की बात है। उर्मी जी एवं कविता जी को हार्दिक बधाई।

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  7. अद्भुत , ऐसा कभी सोचा ही न था । यह प्रस्तुति तो हाइकु काव्य को आकाश की ऊँचाइयों तक ले गई । कविता को और नृत्यांगना को बहु बहुत बधाई।
    शशि पाधा

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  8. बहुत सुंदर और नवीन प्रयोग!...कविता जी और उर्मि जी को बधाई

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  9. अद्भुत... बहुत सुन्दर प्रस्तुति। उर्मि जी और कविता जी को हार्दिक बधाई... 🌷

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  10. दो कलाओं का अनुपम संगम, आप दोनों को अनेक बधाइयाँ!

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  11. बहुत सुंदर प्रस्तुति व भाव।बधाई

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  12. हाइकु ही इतने सुन्दर शब्द व्यंजना और अनुपमभाव लिए हुए हैं कि उर्वी जैसी विख्यात नृत्यांगना अद्भुत प्रस्तुति और भाव भंगिमा सृजन पर चार चाँद लगा दिए

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  13. बहुत ही सुन्दर हाइकु प्रस्तुति

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